जी हाँ बिल्कुल सही है बात, अखिर डलहौजी की कर रहें हैं हम बात। चाहे हो गर्मी का मौसम या चाहे ठंड के दिनों की हो बात। सुबह और शाम तो मौसम होगा कड़क हवाओं से भरा। सबसे पहले चलो करते हैं सर्दियों की बात, तो ओवर कोट और पैड वाली जैकेट, लेदर या कपड़े की भी जैकेट लगती है अच्छी और मस्त वहाँ, बस देखना स्टाइल में कहीं ठंड ना लग जाए। कुछ ऐसे दिखना होगा आपको।Lovely clothes packing for beautiful Dalhousie
वैसे तो सिंगापूर मनमौजियों का देश है और आप कुछ भी पहन सकते हैं पर फिर भी, याद रखें कि कोई मुड़कर तभी देखेगा आपको अगर आप लगेंगे हॉट और हैपनिंग। सिंगापूर में ज़्यादातर रहती है गर्मी तो रख लेना कपड़े गर्मी थोड़े कॉटन और थोड़े फैशन के हिसाब से। करने को है बहुत कुछ इस छोटे से देश में, इसलिए ले जानी होंगी ड्रेसेस आपको उसी के हिसाब से। जब जाना हो गार्डन्स बाए द बे तो पहना कोई खूबसूरत फ्लोरल ड्रेस जो मिल जाए वहाँ की खूबसूरती के रंग में।
चारों ओर है जहाँ विशाल समंदर, वहाँ पोशाकें भी तो होनी चाहिए सुंदर। अपने मन की करें, क्योंकि यहाँ आप अधिकतर निजी रिसॉर्ट में या फिर दोस्तों के संग होंगे। स्विम सूट हो आकर्षक, मगर एक से ना चलेगा काम। क्योंकि हर रोज़ पहनेंगे आप, एक अलग स्टाइलिश, खूसबूरत स्विम सूट। इसके इलावा रखें अपने साथ लौंग, शॉर्ट या मिनी स्कर्ट, जींस और शॉर्ट्स, जो है मौसम की माँग यहाँ।
फैशन और पेरिस, मानो एक दूसरे के लिए ही बनें हैं। इसलिए आप यहाँ जो पहनेंगे वो ही आपका और इस शहर का स्टाइल बन जाएगा। मन में जो आए वो पहनें, स्कर्ट हो या मिनी स्कर्ट, हाई नेक या हो हॉल्टर, जींस हो चाहे शॉर्ट्स, बस मौसम का रहे ख़्याल, बाकी है बस इस छोटे से मन का विश्वास।आपकी फ्लाइट, रन वे पर कर रही है आपका इंतज़ार। बस अब और देर ना करें, और पकड़ लीजिए पेरिस की फ्लाइट्स।
पहनावा या कहें उसे पहचान अपनी समुंदरी तेज फिजाओं से तरोताजा करते स्पेन के हों बीच या महंगे और आर्टिस्टिक रेस्टोरेंट की स्वादिष्ट सजी डिशिस, आपको उनका आनंद लेने के लिए दिखना होगा उनसे भी खूबसूरत। आखिर आपके कपड़े ही तो आपकी पहचान बनाते हैं। क्या पहनें क्या छोड़ेंयूं तो हर टूरिस्ट को आज़ादी होती है कि वो जो चाहे वो पहनें, मगर स्पेन की बात कुछ निराली हैं!
इसका मॉडर्न अवतार भी निराला है, कहीं घाघरे से निकल कर पहुंच गया यह लहंगों, सूटों और ड्रेसेस पर और कहीं राजस्थान के राजाओं की पगड़ियों से खुल के सज गया यह स्कार्फ और स्टोल पर। बदलते फैशन के साथ लहरिया ने भी अपना स्वरूप बदला है।कहते हैं, अगर आप राजस्थान आए और आपने लहरिया न खरीदा तो आपकी यात्रा पूरी नहीं समझी जाती। उदयपुर और जैसलमेर की मनमोहक दुनिया आपको पहले ही बुला चुकी है और उसमें घुलती यह रंगों की लहर। अब किस का इंतजार, पधारो मारे देश