
याद आते हैं वो पल जो बिताए हमने उन खूबसूरत फ़िज़ाओं में अपने परिवार के संग। याद आती हैं वो शामें जब लिए हमने ठंडी हवाओं के मज़े बेहतरीन कॉफ़ी के संग। कहने वालों ने शायद सही ही कहा है कि ‘उबुद’ बाली की आत्मा है। जी हाँ हम बात कर हैं बाली की जान और मान ‘उबुद’ की। उबुद बाली के ऊपरी भाग में स्थित है और अपने ट्रेडिशनल क्राफ्ट और नृत्यों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहाँ चारों और खूबसूरत जंगल और चावल के खेत हैं। स्टेप फार्मिंग यहाँ की खास है और इन सब के बीच हैं बहुत से मन तृप्त और शांति प्रदान करते मंदिर और तीर्थ स्थल।
क्यों बस्ती है यहाँ बाली की जान?
बाली की संस्कृति से भरपूर उबुद हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। यह वो जगह है जहाँ जा कर आप कई दिन तक चैन और सुकून का समय व्यतीत कर सकते हैं। यहाँ की हवाएँ और ख़ूबसूरती किसी को भी मदहोश कर सकती है। यहाँ आप पाएँगे बाली के लोगों की असल पहचान।
कैसे पहुँचे यहाँ?
हलचल भरे दक्षिण बाली से लगभग एक घंटे की ड्राइव पर है, हरी-भरी पहाड़ियों से घिरी धरती पर यह जनत। यहाँ पहुँचना बहुत ही आसान है। आप यहाँ सीधे देनपासर हवाईअड्डे से टैक्सी लेकर पहुँच सकते हैं या फिर कुछ दिन कूटा या सेमनियाक में बीच का ले मज़ा यहाँ आ सकते हैं। यहाँ के ज़्यादातर रिसॉर्ट्स एयरपोर्ट से पिकअप फैसिलिटी देते हैं। यदि आप हैं एक बजट ट्रिप पर तो आप कुरा-कुरा बस या पेरामा शटल बस जैसी सार्वजनिक शटल बसें लेकर भी आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं।
क्या है ख़ास उबुद में?
कहाँ से शुरू करूँ?
उबुद खूबसूरत मनमुग्द करने वाले नजारों के साथ साथ और बहुत कुछ देखने लायक पर्यटक स्थानों से भरा हुआ है। यह मंदिरों, पारंपरिक बाजारों, सुंदर चावल के खेतों, जीवंत त्योहारों, विविध समुदायों और स्वस्थ जीवन शैली विकल्पों का एक अनुरूप मिश्रण है। यहाँ बन्दरों के साथ भी कर सकते हैं दोस्ती, मगर ध्यान से, फिर ना कहना बताया नहीं। यहाँ के आलिशान रेस्ट्रॉन्ट और वहाँ के स्वादिष्ट व्यंजनों की तो बात ही निराली है। उबुद कहलाता है बाली का कला केंद्र और है यह बेहतरीन चाँदी के जौहरियों, स्टोन कारवर्स और पेंटर्स का घर।
अरे हाँ! मत भूलना यहाँ के पैलेस को देखना। पर याद रखना वह केवल सुबह नौ बजे से लेकर शाम को छह बजे तक ही खुला होता है। अगर हैं आप कॉफ़ी के शौक़ीन तो ज़रूर जाएगा कॉफ़ी प्लांटेशन देखने और मत भूलना करना टेस्ट अलग-अलग फ्लेवरस की कॉफ़ी वहाँ। मैंने आपको बताया कया? भूल ही गया, बाली स्विंग और चिड़िया के घोंसले की सवारी करने के बारे में बताना। इनकी सवारी करना ज़रूर विशाल स्विंग मानो आकाश की सैर करवाते हैं। शायद ही देखें होंगे आपने इतने विशाल झूले।
तस्वीरें जो यादगार बनें
उबुद तो जैसे तस्वीरें लेने के लिए बना है। हनीमून पर जायें तो याद रहे यहाँ के गार्डन में हैं बहुत सी रोमांटिक तस्वीरें खिंचवाने का मिलेगा मौका। अखिर तस्वीरें कुछ यादगार लम्हों को संजोने का ही तो एक माध्यम है।
हम्म…. तो पड़ गए ना सोच में! बाली है ही ऐसा जो देता है एक साथ सब चीज़ों का मज़ा। करनी हो मस्ती, पार्टी और फिर लेना हो चैन का मज़ा तो भला इस से बेहतर कौन सी होगी जगह?
पहाड़ों की गोद में, ठंडी हवाओं के संग,
झूमता समा, और बस, महबूब के हों रंग।
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