चलना है जैसलमेर तो करे पैकिंग

Dress for wear in jaisalmer

“क्या पहने और क्या ना पहने” है, ना मुश्किल यह सवाल?

पर आपको फ़िक्र करनी की क्या ज़रुरत है जब हम हैं आपके साथ। अब हम निकल पड़ें हैं जब रेगिस्तान की ओर तो चलो कर लेते हैं तैयारी और देखें कैसे कर सकते हैं हम रेगिस्तान में मस्ती। रेगिस्तान मतलब बहुत सी रेत और गर्मी। याद हैं ना कि हम जा रहे हैं जैसलमेर की ओर। वैसे तो कहीं भी हो जाना हो तो बस केवल इन बातों को रखना याद: 

आराम, स्टाइल और मौसम का हाल।  

कपड़ों की आपकी चॉइस तय करती है आपका व्यक्तित्व। वो कहते है ना कि सुनो सबकी पर करो मन की। हम तो करते हैं इस पर घना विशवास और होते हैं तैयार अपने तरीके के साथ। पर कभी-कभी समाज के हिसाब से भी चलना पड़ता है भाई, ताकि लोगों का ध्यान ज़्यादा हमारी ओर आकर्षित ना हो जाए, अखिर घूमने जाते हैं, दिखाने नहीं। जैसलमेर के लोग थोड़ी रूढ़िवादी सोच के हैं तो हमे अपनी ड्रेसेस इसको ध्यान में रखकर करनी चाहिए पैक, वैसे विदेशी भेष भूषण को समझते हैं पूरा वे लोग।

किन चीज़ों का करना होगा परहेज़?

यहाँ की लोकल औरतें तो पहनती हैं साड़ियाँ और घागरे। और जो हों थोड़ी मॉडर्न वे पहन लेती हैं सूट। आदमियों का पहनावा तो है धोती-कुरता या पैंट-शर्ट। तो अब आप ही देखिए की क्या पहन सकते हैं यहाँ आप। चलो कोई बात नहीं हम मदद कर देते हैं। चाहे हो जितनी भी धूप की मार पर छोड़ ना जाना अपनी शॉर्ट्स और स्कर्ट्स का भंडार, क्यूंकि शामें हसीन है, होटल के अंदर भी ठंडक बड़ी है। मगर हाँ, बिना बाज़ू के कपड़े करना अवॉइड, खासकर जा आप जा रहे हों बाहर, चाहे हो बाजार या कैमल सफारी। और एक ज़रूरी बात ज़्यादा टाइट चीज़ें भी मत ले जाना साथ क्योंकि एक तरफ होगी गर्मी और दूसरी तरफ होंगी लोगों की नज़रें भारी। घबराइए मत बाकी सब ठीक है।

क्या ले जाएँ अपने साथ?

घूमना है बहुत और चलना है रेगिस्तान में तो ऐसी करना पैकिंग जिसमे मिले आपको आराम। कॉटन और लिनन की ही करना ड्रेसेस पैक। अरे! डरो मत वेस्टर्न पहन सकते हैं आप, बस केवल अपने आप को कवर करना रखना याद। हलके हवादार कपड़े हैं राइट चॉइस जो गर्मी में भी देते हैं ठंड का एहसास। कोशिश कीजिएगा ऐसी ड्रेसेस रखने की जो आसानी से मुचड़े नहीं। आप कर सकते हैं कुछ हलके रंगो वाली शर्ट्स और ब्लॉसिस पैक और पहन सकते हैं उनको स्टाइलिश पैन्ट्स या प्लाज़ोज़ के साथ। जीन्स तो हैं हमारी ऑल टाइम फैवरेट पर फिर जब आती है गर्मी याद तो पहन सकते हैं कॉटन ट्राउज़र्स आप। लूज़ प्लाज़ोज़ का तो अपना ही है मज़ा - आराम बेशुमार स्टाइल के साथ। लॉन्ग रैप स्कर्ट्स या हों घागरा स्कर्ट्स दोनों लगती हैं एक दम फिट यहाँ और कुछ समझ ना आए तो रख लेना कुछ कुर्ते और मैक्सी ड्रेसिस साथ। तो देखो इतनी सारी हैं चॉइस आपके पास, कि कर देंगे आप इस बात को साबित

“जैसा देश वैसा वेश, फ़िर भी लगें हम हिट और स्मार्ट"

क्यों सही है ना?

कौन से हैं सही रंग यहाँ?

जा रहें हैं मिट्टी के प्रदेश तो होने चाहिए रंग मिट्टी से जैसे सफेद, बेज, ग्रे, टेराकोटा, भूरा आदि। बहुत लोग आपको काले रंग के कपड़ों पहनने की देंगे सलाह ताकि ज़्यादा गंदे न हों आपके कपड़े वहाँ। मगर इतनी गर्मी में गूढ़े रंग पहनना भला है कितना कठिन। है की नहीं? तो हमारी माने और कर लें कुछ हलके रंग और फ्लोरल कपड़े पैक। राजस्थान को पहचाना जाता है जीवंत रंगो से तो हमे भी दिखना चाहिए जीवंत और खास। तो बस क्या कर लें कुछ गूढ़े रंगों के कॉम्बिनेशन बनाकर ड्रेसिस पैक।

लो हो गई हमारी पैकिंग।

अरे क्या हुआ कुछ भूल गए क्या?

बिलकुल सही!

एक्सेसरीज की तो करलें बात

अरे कौन करेगा एक स्मार्ट गॉगल्ज पैक? और हाँ! सनस्क्रीन, स्कार्फ़ और आरामदायक जूते मत भूलना आप। मैच करे वो टोपी रखना, धूप से बचाए वो छाता रखना।

तो अब हो गई हमारी फाइनल तैयारी। 
चलो चलें अब रेगिस्तान, जहाँ के बच्चे, बुढ़े, और जवान पुकारें?

"पधारो मारे देश"

पैकिंग तो हो गई हमारी, मगर यह भी तो पूछो, की कहाँ पहन सकतें हैं कोनसी ड्रेस और लग सगते हैं हॉट और हैप्पनिंग......

जानने के लिए पढ़िए हमारा अगला ब्लॉग, "ड्रेसिस जो बना दें हर जगह को खास"

दिन में गर्मी, शामें हसीन,
ऐसा है, जैसलमेर का मौसम,
कर लो पैक थोड़े रंगीन और ज्यादा क्रीम,
ताकि देख सको तुम सारा शासन।

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जैसलमेर में क्या है करना सबसे ज़रूरी 

जैसलमेर में क्या है करना सबसे ज़रूरी 

जैसलमेर में खुशियाँ अपार ,क्या पहुँच गए आप जैसलमेर में? क्या कहाँ, हाँ…पर करोगे क्या वहाँ? घबराएँ मत। हम हैं ना, बताते हैं आपको खुशगवार लम्हों को जैसलमेर में जीने के साधन। राजस्थान के राजाओं की सवारी जिसे युद्ध में आज भी उपयोग करती है भारतीय सेना और बीएसएफ। लेना नहीं चाहेंगे, रेगिस्तान के इस जहाज का मज़ा। रेतीली पहाडियों पर ऊंट पर बैठ घूमने का मज़ा ही अलग है। भूलिएगा नहीं!

जैसलमेर – रेगिस्तान का सुनहरा शहर

जैसलमेर – रेगिस्तान का सुनहरा शहर

अक्टूबर से मार्च के बीच यहाँ आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ, वातानुकूल टेंट में कैंपिंग का आनद ले सकते हैं। साथ में मिले अगर रेगिस्तान के जहाज पर सैर, यानी कैमल सफारी या फिर, जीप में मीलों सुनहरे रेगिस्तान की सैर, तो बात ही क्या है! सबसे आकर्षक है, जैसलमेर का किला। इस विशाल पहाड़ी किले के पीछे है, अलंकृत महाराजा का महल और जटिल नक्काशीदार जैन मंदिर। सुनहरे रंग के जुरासिक बलुआ पत्थर से बना यह किला सुनहरी रेत के महल जैसा दिखता है

Best Restaurants in Jaisalmer

Best Restaurants in Jaisalmer

जब पहुँच गए हैं हम रजवाड़ों के प्रदेश तो भला कैसे रह जाएगा हमारी ज़ुबान का चस्का अधूरा। तो चलिए आपको बतातें खाने की वो जगहें खास, जो जैसलमेर में आपको दिला देंगी रूमानी एहसास।हों जेब में पैसे और लेने हों 5 स्टार के मज़े तो भला कोई यहाँ जाना कैसे भूले। मैरियट होटल का यह रूफ टॉप रेस्टोरेंट है बढ़िया अपने हमसफ़र के संग बिताने के लिए कुछ प्यार के पल। पर इसका मतलब परिवार को भूल जाना नहीं है। अरे हाँ आप यहाँ अपने परिवार के साथ भी उतना ही आनंद अनुभव करेंगे।

जैसलमेर की यात्रा के लिए पोशाक सुझाव

जैसलमेर की यात्रा के लिए पोशाक सुझाव

रंग बिरंगे हैं रेगिस्तान के नज़ारे यहाँ। सूखे में भी हैं गीले रंगों की होती है जैसे बारिश यहाँ। जैसलमेर कहने को है बॉर्डर पर यहाँ के कपड़ों में बिखरे हैं हजारों रंग सदा। तो भला कैसे रहेंगे हम बिना दिखे टिप-टॉप यहाँ। आइए तो अब बात करते हैं अपने स्टाइल की हर जगह के हिसाब से। स्टाइल की तो क्या करें बात। पहनावा वो जो बना दे जगह को ख़ास। अगर हो गई हो शॉपिंग पूरी तो मिलते हैं हम आपको अगले ब्लॉग में करने के लिए कुछ और बातें ख़ास।

डलहौजी में करे फिर एडवेंचर की तेयारी

डलहौजी में करे फिर एडवेंचर की तेयारी

अगर पानी से करते हैं प्यार तो डलहौजी की नदियों और चमेरा लेक में जाना ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ की बोट राइड और रिवर राफ्टिंग निराली है। शांत मदमस्त घूमते आप, एक तरफ पानी और दूसरी ओर खूबसूरत पहाड़। ऐसे में तो बोटिंग का मज़ा है ही कुछ खास।लिस्ट में आखिरी मगर एडवेंचर में सबसे ऊपर क्योंकि हम बात कर रहे हैं 15000 फीट पर चलते आपके कदमों की। क्यों, सोच में पड़ गए?जी हाँ, यह नज़ारे जो आप देख रहे हैं वो हैं, सच पास के, जो इतनी ऊँचाई पर है कि दुनिया आपके कदमों के नीचे लगेगी!

डलहौजी – कहाँ है रहने का असली मज़ा 

डलहौजी – कहाँ है रहने का असली मज़ा 

एक शांत एहसास से भरे पल को जीवंत करता है ये हिमाचल की वादियों में सिमटा भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड। गर्मियों से बचने का एक ऐसा हिल स्टेशन जो करदे आपकी बिज़ी ज़िन्दगी की हर थकान दूर!घूमने और ठंडी वादियों में आराम करने के लिए मिलेंगी आपको बहुत सी जगह यहाँ। अब यह तो आप पर निर्भर करता है कि आप के पास कितने हैं दिन और कितना करते है आप घूमना पसंद।।Dalhousie - Where is the real fun of living