उदयपुर है राजस्थान की शान। यह खूबसूरत झीलों से घिरा हुआ शहर खुद ब खुद पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।जब जा रहें हैं झीलों की करने सैर तो क्यों ना लें इसका भरपूर मज़ा रहकर इनके करीब। जी हाँ, हम बात कर रहें है रहने की झीलों के आस-पास बने बढ़िया होटलों की। तो डालें इन पर एक नज़र। सालों से राजपुताना संस्कृति और भावना के खजाने को संभाले बुलंदियों को छूते इस होटल की तो बात ही अलग है। यहाँ का वास्तुकला और आधुनिक स्पर्श से मिश्रित रूप हर किसा का, लेता है मन मोह!
बिताने हों कुछ मस्ती और मदहोशी के पल तो निकल चलें हमारे साथ गिली आइलैंड के सफर पर। गिली आइलैंड्स को दक्षिण एशिया की खूबसूरत हॉलिडे डेस्टिनेशंस में से एक माना जाता है। गिली तीन आइलैंड्स का समूह है जहाँ आपको दुनिया के हर रंग का आनंद मिलेगा।और एक ज़रूरी बात यहाँ हो सके तो रमज़ान के महीने में मत जाना क्योंकि उस समय यहाँ पार्टियाँ बहुत कम होती हैं। यहाँ के सब लोकल लोग मुसलमान हैं और रमज़ान के समय सब फ़ास्ट रखते हैं।
याद आते हैं वो पल जो बिताए हमने उन खूबसूरत फ़िज़ाओं में अपने परिवार के संग। याद आती हैं वो शामें जब लिए हमने ठंडी हवाओं के मज़े बेहतरीन कॉफ़ी के संग। कहने वालों ने शायद सही ही कहा है कि ‘उबुद’ बाली की आत्मा हैहम्म…. तो पड़ गए ना सोच में! बाली है ही ऐसा जो देता है एक साथ सब चीज़ों का मज़ा। करनी हो मस्ती, पार्टी और फिर लेना हो चैन का मज़ा तो भला इस से बेहतर कौन सी होगी जगह?
जी हाँ, हम बात कर रहे हैं, नूसा लेम्बोंगन की। एक ऐसा आइलैंड जिसमें खुशियों की सौगातें सजी हुई हैं। अगर शौक है आपको खूबसूरत बीच का, तो यहाँ तो मानो खजाने हैं आपके लिए। इस अद्भुत द्वीप में अविश्वसनीय समुद्र तटों की एक विस्तृत श्रृंखला है जो कर रही है आपका इंतज़ार। नरम, सफेद रेत, मचलती चट्टानें, शांत फ़िरोजी पानी और एक उन्मुक्त सर्फ ब्रेक के बारे में सोचें।
बाली के द्वीपों और समुंदरी तटों की बात ही निराली है तो फिर इनको देखने के लिए इंतज़ार क्यों? बजट फ्लाईट से जाएँ, या सीधे पहुँचे आप यहाँ। बात सिर्फ इतनी सी है कि सीधी फ्लाइट पड़ती है महंगी और समय की ना हो चिंता तो सस्ती भी मिल सकती है फ्लाइट यहाँ की।बाली में देखने को बहुत है, और चौदह दिन भी हमारे लिए कम पड़े। तो आप सोच लीजिए। आपको क्या छोड़ना है और किस का लेना है मज़ा यहाँ।बिलकुल, आखिर ज्यादा दिन बिताने हों, तो कहीं तो खर्चा बचाना पड़ेगा।
नीला समंदर, सफ़ेद रेत और उस पर नाचती पानी की तेज़ लहरें को देख, भला कोई खुद को कैसे रोके। आपने भी अगर लेना हो, कुछ ऐसा ही सपनों की नगरी का मज़ा, तो चलिए मेरे साथ मेरी मनपसंद हॉलिडे डेस्टिनेशन पर...बाली अद्वितीय है, बाली बेजोड़ है बाली जैसी जगह इस दुनिया में और कोई नहीं है। संस्कृति, लोगों, प्रकृति, गतिविधियों, मौसम, पाक प्रसन्नता, नाइटलाइफ़ और सुंदर आवास का जादुई मिश्रण!
जब पहुँच गए हैं हम रजवाड़ों के प्रदेश तो भला कैसे रह जाएगा हमारी ज़ुबान का चस्का अधूरा। तो चलिए आपको बतातें खाने की वो जगहें खास, जो जैसलमेर में आपको दिला देंगी रूमानी एहसास।हों जेब में पैसे और लेने हों 5 स्टार के मज़े तो भला कोई यहाँ जाना कैसे भूले। मैरियट होटल का यह रूफ टॉप रेस्टोरेंट है बढ़िया अपने हमसफ़र के संग बिताने के लिए कुछ प्यार के पल। पर इसका मतलब परिवार को भूल जाना नहीं है। अरे हाँ आप यहाँ अपने परिवार के साथ भी उतना ही आनंद अनुभव करेंगे।
कपड़ों की आपकी चॉइस तय करती है आपका व्यक्तित्व। वो कहते है ना कि सुनो सबकी पर करो मन की। हम तो करते हैं इस पर घना विशवास और होते हैं तैयार अपने तरीके के साथ। पर कभी-कभी समाज के हिसाब से भी चलना पड़ता हैजा रहें हैं मिट्टी के प्रदेश तो होने चाहिए रंग मिट्टी से जैसे सफेद, बेज, ग्रे, टेराकोटा, भूरा आदि। बहुत लोग आपको काले रंग के कपड़ों पहनने की देंगे सलाह ताकि ज़्यादा गंदे न हों आपके कपड़े वहाँ।
रंग बिरंगे हैं रेगिस्तान के नज़ारे यहाँ। सूखे में भी हैं गीले रंगों की होती है जैसे बारिश यहाँ। जैसलमेर कहने को है बॉर्डर पर यहाँ के कपड़ों में बिखरे हैं हजारों रंग सदा। तो भला कैसे रहेंगे हम बिना दिखे टिप-टॉप यहाँ। आइए तो अब बात करते हैं अपने स्टाइल की हर जगह के हिसाब से। स्टाइल की तो क्या करें बात। पहनावा वो जो बना दे जगह को ख़ास। अगर हो गई हो शॉपिंग पूरी तो मिलते हैं हम आपको अगले ब्लॉग में करने के लिए कुछ और बातें ख़ास।
अंदाज़ है जिसका निराला वो है शहर में बसा। अगर रहना हो बीच शहर में तो यही है आपके लिए राइट चॉइस।होटल नहीं यह सच मुच का महल है। इसके एक हिस्से में आज भी शाही परिवार रेहता है। तो क्या कहते हैं आप, क्यों ना रहें इस महल में और लें कुछ पल राजा रानी के राजसी ठाठ बाठ का मज़ा। कहीं बंदूकें तो कहीं राजाओं की कुर्सियाँ सजी हैं
जैसलमेर में खुशियाँ अपार ,क्या पहुँच गए आप जैसलमेर में? क्या कहाँ, हाँ…पर करोगे क्या वहाँ? घबराएँ मत। हम हैं ना, बताते हैं आपको खुशगवार लम्हों को जैसलमेर में जीने के साधन। राजस्थान के राजाओं की सवारी जिसे युद्ध में आज भी उपयोग करती है भारतीय सेना और बीएसएफ। लेना नहीं चाहेंगे, रेगिस्तान के इस जहाज का मज़ा। रेतीली पहाडियों पर ऊंट पर बैठ घूमने का मज़ा ही अलग है। भूलिएगा नहीं!
अगर पानी से करते हैं प्यार तो डलहौजी की नदियों और चमेरा लेक में जाना ज़रूरी है, क्योंकि यहाँ की बोट राइड और रिवर राफ्टिंग निराली है। शांत मदमस्त घूमते आप, एक तरफ पानी और दूसरी ओर खूबसूरत पहाड़। ऐसे में तो बोटिंग का मज़ा है ही कुछ खास।लिस्ट में आखिरी मगर एडवेंचर में सबसे ऊपर क्योंकि हम बात कर रहे हैं 15000 फीट पर चलते आपके कदमों की। क्यों, सोच में पड़ गए?जी हाँ, यह नज़ारे जो आप देख रहे हैं वो हैं, सच पास के, जो इतनी ऊँचाई पर है कि दुनिया आपके कदमों के नीचे लगेगी!