सिंगापुर है जाना तो याद रखना ट्रेवल गुरु की कुछ टिप्स और ट्रिक्स जो आपके इस सफर को सुहाना और यादगार बनाने में आपकी मदद करेंगी। सिंगापूर में देखने और घूमने को इतना कुछ है कि आपकी जेब हो जाएगी खाली पर फिर भी रह जाएगी देखने को जगह बाकी।
सिंगापुर ट्रैवल पास
सिर्फ एक पास और ट्रैवल हो जाए आसान। एडवांस में भरे इस कार्ड को और फिर क्या, बस हो ट्रेन स्वाइप या करें टच, और निकलें कहीं भी पूरे सिंगापुर में। इस कार्ड को ट्रेन स्टेशन या कुछ खास दुकानों से खरीदें और टॉप अप करें। बहुत है आसान इसके साथ कहीं भी जाना। ज्यादा जानकारी के लिए खोलिए इनकी साइट ट्रांसिटलिंक को।
सिंगापुर की बस सर्विस

बस पर सफर करने के बारे में सोच कर ही लगता है हमको डर क्योंकि याद आ जाती हैं हमे हमारी स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसें और उनमे लगने वाले धक्के। मगर सिंगापूर की बस ट्रांसपोर्ट कर देगी आपको हैरान, क्योंकि इनमें सफ़र करना है आसान और आलिशान। इतनी साफ़ हैं ये बसें, मानो हमारे बैठने से हो जाएंगे मैली। ऐ.सी बस जो चलती है जी पी एस ट्रैकिंग के साथ, मतलब हर यात्री देख सकता अपनी बस का रूट और समय।
मुझे तो इन में सफर करने में बहुत आनंद महसूस हुआ था क्योंकि एक बस छूट भी जाए तो आपको पता है कि कब मिलेगी दूसरी और आप ट्रैक कर सकते हैं उसकी करंट लोकेशन, मानो जैसे सारा ट्रांसपोर्ट आ गया हो आपके अपने फ़ोन पर। तो फिर रखना याद कि सिंगापूर में करना हो ट्रेवल, तो बस ले लें एक बस कार्ड, करवा दे उसको टॉप अप और निकल पड़ें अपने मन मोह लेने वाले सफर पर। सबसे मज़े की बात तो यह है की ये बसें चलती हैं सुबह छह बजे से रात के बारह बजे तक। तो है न कितना आसान इनमे घूमना!
सिंगापूर की ट्रेन सर्विस

वैसे तो सिंगापूर की हर चीज़ ही निराली है, पर मुझे सबसे ज़्यादा हैरान किया यहाँ की ट्रांसपोर्ट सर्विसिज़ ने। इस छोटे से देश को घूमना और भी आसान हो जाता है इनकी ट्रेन सर्विस से। यहाँ सुबह साढ़े पाँच शुरू हो जाती है पहली ट्रैन और चलती हैं दिन भर नॉन स्टॉप एक के बाद एक। हर दो से पांच मिनट के भीतर आ जाती है अगली ट्रैन। साफ़ सफाई का तो पूछे मत, वैसे अपनी मेट्रो भी कम नहीं, पर इनकी बात कुछ और है।
पर याद रखें सिंगापूर में ट्रैन में खाना मना है। कोशिश भी मत कीजिएगा नहीं तो भरना पड़ेगा जुर्मना। एक दम नई बनी हैं यहाँ की ट्रेनें और हैं सुपर फ़ास्ट। इस सर्विस ने जोड़ रखा है पूरा देश अपने साथ। जाना हो किसी भी पर्यटक स्थल पर तो ज़्यादा चलना नहीं पड़ेगा क्योंकि कुछ कदम की दूरी पर ही मिल जाएगा आपको स्टेशन। अरे इससे याद आया कि हमने इनके स्टेशनों की तो बात ही नहीं की। स्टेशन तो मानो ऐसा लगता है कि आ गए हैं हम किसी ए सी मॉल में शॉपिंग करने। तो सोच क्या रहें हैं, जब जाना है सिंगापूर तो बनवाना है इनकी ट्रैन सर्विस का पर्यटक पास और घूम डालना है पूरा देश एक ही बार।
सिंगापूर की टैक्सी सर्विस
यहाँ की टैक्सी है आपकी जेब हलकी करवाने का असल कारण। जाना हो एक किलोमीटर या चाहे दस, लग जाएंगे पैसे आपके हज़ार से ऊपर क्योंकि यहाँ की टैक्सी है जेब खाली करने वाली। तो याद रखें हमारी बात बैठना मत टैक्सी में जब तक हो न जाए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का टाइम अप। ये बात समझ आई मुझको थोड़े दिन बाद जब जेब हलकी होने लगी मेरी बिना किसी बात।
सिंगापूर का सफर बाइक पर

लो बन गया सिंगापूर घूमना और भी किफायती और सेहतमंद यहाँ की बाइक सर्विस के साथ। बाइक से क्या समझे आप ? अरे नहीं हम मोटर बाइक की नहीं कर रहे हैं बात परन्तु यहाँ है किराए पर चलाने वाली साईकल के स्टॉप्स। आप घूम सकते हैं अपने लिए एक साइकिल किराए पर लेकर जिसके लिए बने हैं जगह-जगह पर बाइक स्टॉप्स। बस ले लीजिए अपनी मन पसंद बाइक और कर लीजिए घूमना और कसरत एक साथ। है ना एक तीर से दो निशाने वाली बात।
सारांश
ट्रिक्स और टिप्स की बात ही निराली है,
मिल जाए जो वक्त पर, तो जेब खाली होने से बच जाती है।
तो चलें फिर देखें और क्या है मेरे पिटारे में और क्या है सिंगापुर में खास?