
उदयपुर में रजवाड़ों के शौक देखें या मंदिरों के दर्शन से करें शुरुआत, या फिर हवा में हेलिकाप्टर में घूमें या हॉट एयर बैलून में झूमे। जब करने को हो बहुत कुछ तो ऐसे सवाल मन में आ ही जाते हैं। मगर असान यह सवाल होगा जब परिवार के बड़े-बूढ़े, बेगम या बच्चों का साथ होगा। मगर पहले जानते हैं अखिर क्या-क्या है करने को राजस्थान के इस सुनहरे शहर उदयपुर में
करणी माता मंदिर का दर्शन

करते हैं पहले श्री मंशापूरण करणी माता के मन्दिर से शुरुआत। वो कहते हैं ना शुरूआत अच्छी हो तो सब अच्छा होता है। उदयपुर ज़िले की मचला मगरा नामक पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर दूध तलाई झील के निकट ही है, मगर सबसे अच्छी बात यह है कि यहाँ कोई वाहन से नहीं ब्लकि रोप वे से ही जा सकतें हैं। मस्ती और मज़ा साथ में भगवान के दर्शन। मन्दिर के आसपास की जगह एकदम शुद्ध और प्रदूषण मुक्त है। तो रखना याद सबसे पहले मंदिर दर्शन और माता का प्रसाद।
इतिहास के झरोखे से - लाइट एंड साउंड शो

वैसे तो आप बहुत से किले और महल देखेंगे राजस्थान में, मगर अरावली की उबड़-खाबड़ पहाड़ियों के ऊपर खूबसूरती से बसा, सुंदर कुंभलगढ़ किले का शानदार लाइट एंड साउंड शो नहीं करना किसी हाल में मिस। यहाँ की शामें रोशनी और ध्वनियों के इस तमाशे के साथ जीवंत हो जाती हैं, जो इस राजसी किले के पत्थर के अग्रभाग के पीछे छिपे गुप्त इतिहास को बयान करती हैं।
यहाँ के स्थानीय लोग इसकी दीवार को चीन की महान दीवार के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी दीवार होने का दावा करते हैं। हालाँकि, इस कथन को मान्य करने का एकमात्र तरीका है कि आप खुद सपरिवार इस भव्य तमाशे का आनंद लें।
रणकपुर की रोमांचक ट्रैकिंग
कहते हैं बिना मेहनत नहीं कोई फल मिलता। इसी तरह अगर इतिहास को समझना हो तो करना ज़रूर, कुम्भलगढ़ से रणकपुर जैन मंदिर तक की चार घंटे की पैदल यात्रा और वो भी अरावली के जंगलों के बीच से। इतिहास में पढ़ा होगा, अरावली के जंगलो के बारे में, जहाँ कितने युद्ध हैं हुए, मगर इस रोमांचक सफर से ही तो इतिहास जीवंत होगा। सबसे बढ़िया होगा रास्ते में प्राचीन शिव मंदिर, कुछ आदिवासी बस्तियाँ और बारहवीं शताब्दी में बना प्रसिद्ध जैन मंदिर जो है वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना। सोच लीजिएगा, अगर पैरों में है दम, तो ट्रैकिंग की मस्ती और इतिहास का स्वरूप एक साथ मिल जाएगा आपको।
हवा से करिए बातें

जी हाँ जनाब सच में, उड़ान भरने के लिए कृपया अपनी कुर्सी की पेटी बाँध लें। हेलिकाप्टर से उदयपुर और उसके आसपास के भव्य और दिल चुराने वाले दृश्यों को आप हेलिकाप्टर से भी देख सकते हैं। जितनी जेब में खनक हो उतनी लंबी ही राइड हो। मगर जीवन में एक बार तो इसे कर ही सकते हैं, क्यों क्या कहते हैं?
हॉट एयर बैलून

चाहे तो आप हॉट एयर बैलून का भी आनंद लें सकते है यहाँ। खुशियाँ अपार होंगी जब परिवार संग हवाओं से बातें होंगी। देखिए तो इस अद्भुत नज़ारे को।
कर लीजिए बुक अभी….
हॉर्स राइडिंग
चाहे तो कर लेना अरावली में हॉर्स राइडिंग भी आप, क्योंकि ट्रैकिंग हो सकती है पैरों पर भारी, मगर घोड़े पर तो आसान है क्योंकि वो तो है मस्त सवारी।
तो करें क्या शुरू
इस मस्ती भरे ट्रिप को बना सकते हैं आप और भी रंगीन, अगर कर लें आप प्लानिंग समय पर, ताकि ना छूटे एक भी एडवेंचर की स्कीम। बिल्कुल सही, हर तरह के डिस्काउंट से लुभाने की करते हैं कोशिश, ये टूर और ट्रैवल वाले, मगर तभी जब हो समय पर बुकिंग और वो भी ग्रुप में। तो बस कर लीजिए दोस्तों और परिवार संग प्लानिंग और निकल पड़ें उदयपुर के एडवेंचर और इतिहास के झरोखे पर करने फ्लाइंग।